आरामदायक लाइफस्टाइल और दिन प्रतिदिन बढ़ते पॉल्यूशन के कारण, लोगो में अनेक तरह की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। ऐसी गंभीर बिमारियां जिनका इलाज सामान्य कमाई वाले व्यक्ति के लिए आसान नही है। अचानक से इन बड़ी बिमारियों के होने पर आर्थिक संकट खड़ा हो सकता हैं। इन कारणों से Health Insurance करना महत्त्वपूर्ण हो गया है। यह आपके इलाज के लिए आवश्यक खर्चे को उठाने में मदद करता हैं। चिकित्सा देखभाल और उपचार की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने में मदद करता है, जिससे आपको इलाज के दौरान आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है।
Health Insurance आपके और बीमा कंपनी के बिच एक एग्रीमेंट होता हैं। इसमें इंश्योरेंस देने वाली कंपनी किसी तरह की दुर्घटना, बीमार या चोट लगने पर आपके मेडिकल खर्चे का भुगतान हॉस्पिटल को करती हैं। हेल्थ इंश्योरेंस आपको मेडिकल बिल, हॉस्पिटल में भर्ती होने का खर्च और एंबुलेंस शुल्क जैसी खर्च को कवर करके आर्थिक सहायता प्रदान करता हैं। इसके लिए आपको एक फिक्स टाइम यानि हर साल या हर महीने प्रीमियम देना होता हैं। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आप अपने पति या पत्नी, माता-पिता या फिर बच्चों के लिए ले सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल अलग-अलग सुविधाओं के अनुसार इसके कई प्रकार होते हैं जो निम्न हैं।
Individual Health Insurance Policy किसी व्यक्ति के इलाज में होने वाली खर्च को कवर करती हैं। यह कवर आपके द्वारा, आपके पति-पत्नी, माता-पिता या बच्चों के लिए लिया जा सकता हैं। इस पॉलिसी में परिवार के प्रत्येक मेंबर को एक इंडिविजुअल सम इंश्योर्ड मिलता हैं। इस पॉलिसी को लेने पर आपको परिवार के सभी सदस्यों के लिए अलग अलग प्रिमियम देना होता हैं। परिवार के हर सदस्य के लिए अलग-अलग इंडिविजुअल पॉलिसी लेने के माध्यम से, आपको सदस्यों की उम्र और प्रीमियम के आधार पर अलग-अलग इंश्योरेंस कवर मिलती हैं।
ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस के तहत एक ही कंपनी में काम करने वाले ग्रुप को कवर किया जा सकता हैं । यह कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए फायदेमंद होता हैं क्योंकि इसका प्रीमियम कंपनी का मालिक चुकाता है। कभी-कभी कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों तक को भी कवरेज प्रदान किया जाता हैं। इस इंश्योरेंस प्लान को कर्मचारी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान भी कहा जाता हैं।
फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस के तहत एक पॉलिसी में परिवार के सभी सदस्यों के लिए समान बीमा राशि एक ही जगह मौजुद रहती है। इस प्लान में, कम प्रीमियम में अधिक कवरेज मिलता है। यदि परिवार के किसी सदस्य को बीमारी होती है, तो पूरी अमाउंट एक व्यक्ति के इलाज पर खर्च हो सकती है। इसके बाद किसी अन्य मेडिकल इमर्जेंसी के दौरान किसी भी क्लेम को कवर नहीं किया जाता है।
सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ 60 वर्षों से अधिक लोगो के लिए ही उपल्ब्ध होता हैं। इसके अन्तर्गत अधिक उम्र में होने वाली सभी बिमारियों के लिए कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज दिया जाता हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस आपको अचानक से कोई घातक बिमारियां जैसे- हार्ट अटैक, लकवा ओर कैंसर इत्यादि हो जाने पर इलाज के खर्चे उठाने में मदद करता हैं। इसके अलावा भी इसके और कई सारे अन्य लाभ हैं जो निम्न हैं।
बढ़ती महँगाई के साथ मेडिकल का खर्च भी बढ़ता जा रहा है। एक अच्छी हेल्थ कवर आपको सुनिश्चित करती है कि आपकी पूरी मेहनत की कमाई हॉस्पिटल बिलों पर खर्च न हो। इसके आलावा स्वास्थ्य बीमा आपको पैसों की चिंता किए बगैर उच्च क्वालिटी के इलाज की सुविधा प्रदान करता है। मेडिकल इमर्जेंसी के समय आप बढ़ते खर्चों की चिंता किए बगैर एक अच्छा इलाज करवा सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस आपको मानसिक शांति और सुरक्षा प्रदान करता है। यदि आप अपने इंश्योरर के द्वारा हॉस्पिटल में भर्ती होते हैं, तो आप स्वास्थ्य बीमा कैशलेश उपचार का लाभ उठा सकते हैं, जिसका मतलब है कि आपको इलाज के लिए किसी भी तरह के भुगतान की जरूरत नहीं होगी। लेकिन कुछ खर्च ऐसे हो सकते हैं जिन्हें आपकी पॉलिसी कवर नहीं करती है।
हेल्थ इंश्योरेंस आयकर अधिनियम के तहत टैक्स छूट भी प्रदान की जाती है। यदि आपने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए भुगतान किया है और उस पॉलिसी के प्रीमियम पर भुगतान किया है, तो आप टैक्स का लाभ उठा सकते हैं। यह लाभ आपके पति, पत्नी या बच्चों के लिए भी उपलब्ध हो सकता है। आप इस खरीदारी के लिए किए गए प्रीमियम का आयकर दावा कर सकते हैं, जिसमें आपको 25,000 रुपये तक का टैक्स का लाभ मिल सकता है।
हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने के लिए मार्केट में कई तरीके हैं। आप हेल्थ इंश्योरेंस ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीकों से खरीद सकते हैं। लेकिन इससे पहले, आपको पूरी तरह से जांच कर लेना चाहिए कि कौनसी योजना आपके आवश्यकताओं को पूरा करेगी। ध्यान देने वाली बात है कि हेल्थ इंश्योरेंस की योजनाएं दोनों तरीकों से उपलब्ध हैं, और आपको अपनी सुविधा के अनुसार उनमें से किसी एक को चुनना चाहिए।
भारत में बीमा खरीदने का एक महत्वपूर्ण तरीका ऑफलाइन इंश्योरेंस है, जिसे लोग बड़ी संख्या में अपना भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए उपयोग करते हैं। ऑफलाइन इंश्योरेंस को दो तरीकों से लिया जा सकता हैं।
आजकल हर बीमा कंपनी ने शहरों में कई शाखाएं स्थापित की हैं, जिनके माध्यम से वे पूरे पैन इंडिया में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं। अगर आप इंश्योरेंस लेने की सोच रहे हैं और आपको इसमें सहजता महसूस नहीं हो रही है, तो आप नजदीकी ब्रांच पर जाकर भुगतान करके इंश्योरेंस की शुरुआत कर सकते हैं। वहां के मैनेजर आपको इंश्योरेंस खरीदने की प्रक्रिया में सहायता करेंगे और आपके सभी सवालों का उत्तर देंगे।
पहले जब ऑनलाइन मोड नहीं था। बीमा कंपनियां अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी को बेचने और बढ़ावा देने के लिए एजेंट नेटवर्क पर निर्भर रहती थीं। ये एजेंट बीमा कंपनी के लिए सफल बिक्री करने पर कमीशन प्राप्त करते थे। उन्हें अपनी पॉलिसी के अवधि के लिए सूचना के प्रमुख स्रोत के रूप में देखा जाता था और वे बीमा कंपनी और ग्राहक के बीच मीडिएटर के रूप में कार्य करते थे। अभी भी एजेंट नेटवर्क उपलब्ध हैं इसके माध्यम से आप हेल्थ इंश्योरेंस ले सकते हैं।
अगर आपके पास फोन और इंटरनेट की सुविधा हैं तो आप हेल्थ इंश्योरेंस को बीना किसी एजेंट के मदद से ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
इंश्योरेंस कंपनियों के आधिकारिक ऑनलाइन वेबसाइट या एप के माध्यम से आप बीमा खरीद सकते हैं। वेबसाइट के द्वारा आप लेने वाले इंश्योरेंस की विशेषताओं और लाभों के बारे में जान सकते हैं। प्रीमियम कैलकुलेटर की सुविधा दिया गया रहता हैं जो आपके लिए सटीक प्रीमियम की गड़ना आपके आयु, आय और पॉलिसी मापदंडों के आधार करती हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के पहले दिन से ही आपको कवर नही करने लगेगी। बल्कि आपको क्लेम करने के लिए थोड़े दिन रुकना पड़ सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बाद से लेकर जब तक आप बीमा कंपनी से कोई लाभ का क्लेम नहीं कर सकते, उस अवधि को एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का वेटिंग पीरियड कहा जाता है। यह अवधि आमतौर पर 15 से 90 दिनों तक हो सकती है। इसलिए, आपको एक ऐसी कंपनी से पॉलिसी चुननी चाहिए जिसका वेटिंग पीरियड कम हों।
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Utpal Raj is a finance content writer with over a year of experience. I have written many finance news and evergreen content to provide financial literacy to the readers.