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इंश्योरेंस के कितने प्रकार होते हैं

इंश्योरेंस का मतलब होता हैं एक प्रिमियम के द्वारा आने वाले खतरो से अपने लाइफ और प्रोपर्टी को सुरक्षित करना। यह प्रिमियम आप मंथली या ईयरली  इंस्टॉलमेंट के द्वारा इंश्योरेंस कंपनी को दे सकते हैं। इंश्योरेंस के द्वारा आप अपने लाइफ और प्रोपर्टी से जुडे रिस्क को कवर कर सकते हैं। इंश्योरेंस एक ऐसी व्यवस्था हैं जिसमे कोई भी इंश्योरेंस कंपनी आपकी किसी प्रकार के नुकसान जैसे बिमारी, दुर्घटाना, या मृत्यु में आपको मुवाबाज़ा देने की गारंटी देता है। अगर आप इंश्योरेंस को समझना चाहते हैं एवं types of Insurance के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

Insurance क्या होता है?

इंश्योरेंस एक लीगल एग्रीमेंट हैं. यह इंश्योरेंस कंपनी और इंश्योरेंस करवाने वाले व्यक्ति के बीच होता हैं। इस एग्रीमेंट के अनुसार जब कोई व्यक्ति इंश्योरेंस कंपनी से अपना बीमा करवाता हैं तो फ्यूचर में होने वाले नुकसान की भरपाई टर्म एंड कंडीशन के अनुसार इंश्योरेंस कम्पनी करती हैं। इंश्योरेंस एग्रीमेंट के अनुसार कम्पनी के द्वारा बीमित व्यक्ति से एक फिक्स अमाउंट लिया जाता हैं जिसे प्रिमियम कहते है। प्रिमियम लेने के बाद बीमित व्यक्ति को किसी प्रकार का लॉस होता हैं तो इंश्योरेंस के टर्म एंड कंडीशन और पॉलिसी के हिसाब से उसकी भरपाई की जाती हैं। जैसे-किसी कार या घर का इंश्योरेंस कराया गया हैं तो उसके नुकसान पर टर्म एंड कंडीशन के अनुसार इंश्योरेंस कम्पनी के तरफ़ से मुवाबाज़ा दिया जाता हैं।

Types of Insurance

यह मुख्यत दो प्रकार का होता है लाइफ इंश्योरेंस और जेनरल इंश्योरेंस

Life insurance

हमारा जीवन बहुत ही कीमती है और आज के समय में जीवन में कब क्या हो जायेगा यह किसी को पता नहीं रहता हैं. इसलिए हर व्यक्ति को जीवन बीमा करवाना चाहिए। भाग-दौड़ भरे इस जीवन में अपने कीमती चीजों का बीमा करवाने से आपको आर्थिक लाभ मिल सकता है. इसके मुख्यत चार प्रकार होते हैं।

Term insurance

Term insurance में धारक को किसी निश्चित अवधि के दौरान मृत्यु पर ही राशि दी जाती हैं। बीमा कि अवधि में अगर धारक की मृत्यु हो जाती हैं। तो उस बीमा की रकम उसके वारिश को या जिनका नाम नोमनी में होता हैं उसे दिया जाता हैं। जैसे-कोई व्यक्ति 60 साल तक का बीमा करवाया है. अगर उसकी मृत्यु उससे पहले होती हैं तो टर्म एंड कंडीशन पॉलिसी के हिसाब से उसके नॉमनी को पैसे मिलते हैं। अगर वह व्यक्ति 60 साल से अधिक जीवन वेयक्तित कर लेता है तो उसे या नोमनी को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता नही मिलती है।

Whole life insurance

Whole life insurance एक प्रकार का परमानेंट लाइफ इंश्योरेंस हैं। यह बीमित व्यक्ति और इंश्योरेन्स कंपनी के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट होता हैं. जहां बीमित व्यक्ति को प्रिमियम का भूगतान करना होता है और बदले में इंश्योरेंस कंपनी उन्हे लाइफटाइम्स कवर प्रदान करती हैं। whole life insurance 100 वर्ष आयु तक कवर करता है यदि पॉलिसी की ड्यूरेशन समाप्त होने से पहले उस बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसे मृत्यु लाभ के रूप में राशी मिलती हैं। whole life insurance बीमित व्यक्ति को एक चिंतामुक्त लाइफ प्रदान करता है।

Universal insurance

यूनिवर्सल लाइफ इंश्योरेंस एक प्रकार का स्थाई जीवन बीमा हैं। यूनिवर्सल लाइफ इंश्योरेंस के साथ बीमित व्यक्ति अपने जीवन की अवधि के लिए कवर किया जाता हैं और इसमें जब तक प्रिमियम का भूगतान किया जाता हैं तब तक कवरेज बनाए रखने के लिए अपनी पॉलिसी के हिसाब से किसी भी अन्य आवश्यकताओं को इंश्योरेंस कंपनी पूरा करती हैं।

यूनिवर्सल लाइफ इंश्योरेंस नकद मूल्य के साथ आजीवन सुरक्षा प्रदान करती हैं। इसमें प्रिमियम को बढ़ाने और कम करने की सुविधा दी जाती है।

Variable insurance

वैरिएबल लाइफ इंश्योरेंस एक निवेश के साथ एक स्थाई लाइफ इंश्योरेंस हैं। इसमें एक नकद मूल्य खाता होता हैं जिसे पॉलिसी के हिसाब से उपलब्ध कई उप खातों में निवेश किया जाता हैं। एक उप खाता एक म्यूचुअल फंड के जैसा काम करता है। बाकी सभी स्थायी जीवन बीमा की तुलना में औसत से अधिक रिटर्न अर्जित करने की क्षमता सिर्फ वैरिएबल लाइफ इंश्योरेंस के तहत हैं।

General insurance

जेनरल  इंश्योरेंस को आमतौर पर किसी भी इंश्योरेंस के रूप में कह सकते हैं जो जीवन बीमा के लिए निर्धारित नही है। सभी ऐसे प्रॉडक्ट्स जो लाइफ इंश्योरेंस के अंतर्गत नही आता है वह जेनरल इंश्योरेंस कहलाता है। इसमें किसी लाइफ को कवर ना करके किसी महंगे प्रॉडक्ट्स को कवर किया जाता हैं। जेनरल इंश्योरेंस को नॉन लाइफ इंश्योरेंस भी कहा जाता हैं इसके मुख्यत चार प्रकार होते हैं।

Health insurance

आजकल इलाज का खर्चा बहुत तेज़ी से बढ़ता ही जा रहा है। हेल्थ इंश्योरेंस लेने पर बीमारी होने पर इंश्योरेंस कंपनी इलाज का खर्चा कवर करती है। किसी बीमारी पर होने वाली खर्च की राशी आपकी बीमा पॉलिसी पर निर्भर करती हैं।

Home insurance

अगर आप अपने घर का बीमा किसी साधारण बीमा कंपनी से करवाते हैं तो इससे आपके घर की सुरक्षा होती है। बीमा पॉलिसी कराने के बाद अगर आपके घर में किसी प्रकार की नुकसान बाढ़,भूकंप या किसी आपदा से होता है तो उसका मुवाबज़ा इंश्योरेंस कंपनी देती है।

Motor insurance

मोटर या वाहन बीमा पॉलिसी के हिसाब से वाहन को हुए किसी प्रकार के नुकसान के लिए कम्पनी मुवाजबा देती हैं। अगर आपका वाहन चोरी हो गया या उससे कोई दुर्घटना हो गई है तो वाहन बीमा पॉलिसी आपकी काफ़ी मदद करती हैं।

Travel insurance

ट्रैवल इंश्योरेंस किसी यात्रा के दौरान होने वाले नुकसान से बचाती हैं। अगर कोई व्यक्ति कही ट्रैवल करने के लिए अपने देश या विदेश में जाता है और उसे चोट लग जाती हैं या उसके साथ किसी प्रकार की कोई दुघर्टना हो जाती हैं  तो बीमा कंपनी उसे मुवाबाजा देती हैं। ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी यात्रा शुरू होने से लेकर खत्म होने तक ही वैध होती हैं। ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी में अलग-अलग बीमा कंपनी के अलग-अलग नियम होती है। आमतौर पर ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी बाकी इंश्योरेंस पॉलिसी से सस्ते होते हैं।

FAQs

Q.इंश्योरेंस कितने प्रकार का होता है?

इंश्योरेंस लाइफ और जेनरल दो प्रकार के होते हैं।

Q. प्रिमियम क्या होता है?

इंश्योरेंस एग्रीमेंट के अनुसार बीमित से एक फिक्स अमाउंट टर्म एंड कंडीशन के अनुसार लिया जाता है जिसे प्रिमियम कहते हैं।

Q. परमानेंट इंश्योरेंस किसे कहते हैं?

होल लाइफ इंश्योरेंस को परमानेंट लाइफ इंश्योरेंस कहते हैं। इस इंश्योरेंस के माध्यम से व्यक्ति के पूरे लाइफ को कवर किया जाता है।

Q. हेल्थ इंश्योरेंस क्या है?

जब कोई भी व्यक्ति हेल्थ इंश्योरेंस करवाता है तो उसके बिमारी का खर्च पॉलिसी के हिसाब से हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी उठाती है।

Q. लाइफ इंश्योरेंस क्या है?

लाइफ इंश्योरेंस बीमित व्यक्ति और इंश्योरेंस कंपनी के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट होता हैं जिसमे बीमित व्यक्ति को आर्थिक सहायता मिलती हैं।

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  • Life Insurance And Types | arthniti Posted 7 hours ago

    […] इंश्योरेंस एक व्यक्ति और एक इंश्योरेंस कंपनी के बीच किया गया कॉन्ट्रैक्ट […]

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